बुधवार, 13 अप्रैल 2011

जब 'ढाबा' बन गया 'धावा' !

पिछली पोस्ट में मैंने आपसे पूछा था कि चित्र में दिख रहे साइनबोर्ड में शब्द धावा आखिर क्या इंगित करता है?

उड़िया लिपि में हिंदी के 'व' के लिए कोई शब्द नहीं है। इसलिए वहाँ के लोग 'व' की जगह 'ब' का इस्तेमाल करते हैं। लगता है इस तख्ती बनाने वाले ने ढाबे का हिंदी रूपांतरण करते समय ये सोच लिया जहाँ उड़िया में 'ब' की ध्वनि आ रही है उसे हिंदी में 'व' कर देना चाहिए :)। पर ढाबे का 'ढ', 'ध' में कैसे बदल गया ये तो इस साइनबोर्ड को बनाने वाला जाने। वज़ह चाहे कुछ भी रही हो नतीजा ये हुआ कि सड़कों के किनारे पाए जाने वाले भोजनालय जिन्हें हम हिंदी में 'ढाबा' कहते हैं , वो आक्रमण के लिए प्रयुक्त होने वाले शब्द 'धावा' में बदल गया।


बहरहाल अधिकांश लोगों ने सही जवाब दिए। कुछ लोगों ने एक प्रयास में तो कुछ दूसरे प्रयास में। आशीष श्रीवास्तव, जी को सबसे पहले सही उत्तर देने के लिए हार्दिक बधाई। योगेंद्र पाल, संदीप पंवार, अभिषेक ओझा, दर्शन लाल बवेजा, राकेश भारतीय, नितिन Shiju Sugunam, V N Mishra ने भी सही जवाब दिए । अनुमान लगाने के लिए आप सब का हार्दिक धन्यवाद।

7 टिप्‍पणियां:

  1. एक कोशिश मेरी नाकामयाब रही... :)

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  2. चलिए सही जबाब देने के लिए हमें मुबारक :) और बाकी लोगों को भी

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  3. वाह, मैंने तो धर लिया :)

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  4. Waise kuch galat bhi nahi hai naam mein..... dhabe mein dhava hi bola jaata hai...

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  5. @Diffuser U mean to say Dhabe par dhava hi bola jata hai.Yes if u r having a starved stomach in a long journey :)

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  6. हाँ, मराठी भाषा में धावा हे लिखा जाता है | :)

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  7. निशा ये रत्नागिरि उड़ीसा वाला (इसका विवरण पिछली पोस्ट में है) ना कि महाराष्ट्र का और ज़ाहिर सी बात है कि उड़ीसा में मराठी नहीं बोली जाती :)

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