tag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post3565605987005120102..comments2024-03-28T17:53:12.238+05:30Comments on मुसाफ़िर हूँ यारो... ( Musafir Hoon Yaaro ...): मेरी उड़ीसा यात्रा - भाग १ : सफर राँची से राउरकेला होते हुए पुरी तक काUnknownnoreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-1311499622348362852013-04-07T22:01:20.075+05:302013-04-07T22:01:20.075+05:30:) सरजी.. अभी भुवनेश्वर या पूरी जानें के लिए वैसे ...:) सरजी.. अभी भुवनेश्वर या पूरी जानें के लिए वैसे तो बहुत अच्छा समय नहीं कहा जा सकता, पर भुवनेश्वर में हमें कुछ जरूरी काम निकल आया है, तो जाना तो पडेगा.. तो हम सोच रहे हैं इसी बहानें पूरी भी देख लिया जाए.. फिर बाद में सही मौसम में कभी फिर जानें का प्रोगाम बनाएंगे....Prashant Suhanohttps://www.blogger.com/profile/13063081005432678937noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-34881863207906258472008-09-18T21:05:00.000+05:302008-09-18T21:05:00.000+05:30शुक्रिया आप सब का सफर की शुरुआत से साथ रहने का !शुक्रिया आप सब का सफर की शुरुआत से साथ रहने का !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-30411893298698358612008-09-17T01:35:00.000+05:302008-09-17T01:35:00.000+05:30भाई खुब मजा आ गया ऎसा लगता हे हम भी आप के साथ बेठे...भाई खुब मजा आ गया ऎसा लगता हे हम भी आप के साथ बेठे हे.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-88033923931884729062008-09-16T06:39:00.000+05:302008-09-16T06:39:00.000+05:30हमेशा की तरह सफर का आनन्द हू कुछ और है, जब आप साथ ...हमेशा की तरह सफर का आनन्द हू कुछ और है, जब आप साथ हों. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-70176707302575143252008-09-15T20:30:00.000+05:302008-09-15T20:30:00.000+05:30समुन्दर की याद दिला दी, पर सैर अगली पोस्ट पर टा...समुन्दर की याद दिला दी, पर सैर अगली पोस्ट पर टाल दिया। चलिए, इंतजार कर लेंगे।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-6945060905322746202008-09-15T17:50:00.000+05:302008-09-15T17:50:00.000+05:30बहुत खूब एक नये सफर पर आप के साथ मजा आयेगा।बहुत खूब एक नये सफर पर आप के साथ मजा आयेगा।दीपान्शु गोयलhttps://www.blogger.com/profile/15081143493618473739noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-18462658475028301122008-09-15T16:07:00.000+05:302008-09-15T16:07:00.000+05:30खूब घूमिए और बाकी लोगों को ललचाइए.खूब घूमिए और बाकी लोगों को ललचाइए.अनामदासhttps://www.blogger.com/profile/06852915599562928728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-71061637413128548442008-09-15T16:04:00.000+05:302008-09-15T16:04:00.000+05:30इस रास्ते एक बार मैं भी चला था... जाते समय बोकारो-...इस रास्ते एक बार मैं भी चला था... जाते समय बोकारो-अलेप्पी और आते समय उसमें खराबी हो गई तो फिर झारसुगुडा पैसेंजर (लकड़ी गाड़ी :-)). <BR/><BR/>"जैसी ही ट्रेन स्टेशन पर रुकेगी छोटी, बड़ी टोकरियाँ लिए आदिवासी बच्चे और महिलाएँ आपकी खिड़की की ओर दौड़ पड़ेंगे। मौसम के हिसाब से कभी शरीफा, कभी जामुन कभी पपीता या अमरूद या फिर कोई ऍसा फल जिसे आपने पहले ना देखा हो आपके सामने पेश किया जा सकता है।"<BR/><BR/>आपकी ये लाइने पढ़कर खूब खायी हुई जामुन याद आ गई.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.com