tag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post4795409828795891235..comments2024-03-28T17:53:12.238+05:30Comments on मुसाफ़िर हूँ यारो... ( Musafir Hoon Yaaro ...): आओ यारों तुम्हे सुनाएँ एक कहानी कोसी की ! (Story of River Kosi, Uttarakhand)Unknownnoreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-49059268827301237422023-07-15T15:13:20.211+05:302023-07-15T15:13:20.211+05:30इस विषय पर आपने वाकई अच्छा अनुभव और ज्ञान साझा किय...इस विषय पर आपने वाकई अच्छा अनुभव और ज्ञान साझा किया है। मेरा यह लेख भी पढ़ें <a href="https://devbhumiuk.in/uttarakhand-ki-nadiya/" rel="nofollow">उत्तराखंड की पवित्र नदियां,</a>Surjeethttps://www.blogger.com/profile/05619599379190501021noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-24729509244441502272017-08-23T23:14:29.921+05:302017-08-23T23:14:29.921+05:30nice sir ji almora m ek nadi aur bahti h uska name...nice sir ji almora m ek nadi aur bahti h uska name h viswanaath nadi ye nadi kha milti hAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02343516441869352853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-10357852098972058122015-06-27T15:11:03.764+05:302015-06-27T15:11:03.764+05:30मनीष जी कोसी नदी और अल्मोड़ा के सफर को आपके साथ करन...मनीष जी कोसी नदी और अल्मोड़ा के सफर को आपके साथ करने में बहुत आंनद आया,मैं भी अल्मोड़ा से ही हूँ Harshita Joshihttps://www.blogger.com/profile/04274397136761595526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-33670610043147957222013-06-23T21:45:21.822+05:302013-06-23T21:45:21.822+05:30बिल्कुल सही कह रहे हो प्रशांत !
बिल्कुल सही कह रहे हो प्रशांत !<br />Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-87364342393736282172013-06-23T21:44:47.712+05:302013-06-23T21:44:47.712+05:30हा हा हा ये भी खूब कहा आपने !
हा हा हा ये भी खूब कहा आपने !<br />Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-73571249526462849522013-06-23T21:41:56.419+05:302013-06-23T21:41:56.419+05:30नदी के साथ साथ चलने का मेरा एक और अनुभव काठमांडू स...नदी के साथ साथ चलने का मेरा एक और अनुभव काठमांडू से विराटनगर लौटने का है पर वो नदी कौन सी थी ये याद नहीं आ रहा।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-12576480609299888912013-06-23T21:38:58.398+05:302013-06-23T21:38:58.398+05:30नदियों के संकट के बारे में सही कह रहे हैं आप। कार्...नदियों के संकट के बारे में सही कह रहे हैं आप। कार्बेट के बगल से गुजरते हुए ही नैनिताल , कौसानी और बिनसर गया था। रास्ते में कोसी नदी का चौड़ा पाट भी देखा था पर सोमेश्वर की ओर बढ़ते ये निरंतर पतला होता गया। बहरहाल आपने जो जानकारी यहाँ दी है उसका बहुत बहुत शुक्रिया !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-51667869674311323012013-06-23T13:42:51.993+05:302013-06-23T13:42:51.993+05:30नदियों के साथ चलने मे वाकई बहुत मजा आता है. सिलीगु...नदियों के साथ चलने मे वाकई बहुत मजा आता है. सिलीगुड़ी से गंगटोक तक "तीस्ता" और मंडी से मनाली तक "व्यास" का सफर मैंने भी किया है . नदी घाटियों मे चलने का रोमांच बिकुल अलग है .Mrityunjay Kumar Raihttps://www.blogger.com/profile/16617062454375288188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-78117152329822267872013-06-23T13:38:09.649+05:302013-06-23T13:38:09.649+05:30कोसी का लैंड स्केप वाकई बहुत खूबसूरत है. मोहान(अल्...कोसी का लैंड स्केप वाकई बहुत खूबसूरत है. मोहान(अल्मोड़ा) से लेकर रामनगर तक इसका पाट बहुत चौड़ा है और ये कार्बेट नेशनल पार्क के साथ साथ बहती है.कोसी कई जगह क्लिफ के साथ ही बहती है . बारिस का मौसम छोड़ दे तो , तो इस माउंटेन रिवर का पानी बहुत साफ़ होता है. कोसी मे गोल्डन महशीर नाम की एक बहुत ही सुन्दर मछली पाई जाती है जो भारत मे कोसी के बाद केवल रामगंगा मे ही मिलती है . ढिकुली ,गर्जिया के पास गर्जिया देवी का मंदिर कोसी नदी के बीचों बीच बना है जो स्थानीय लोगों के लिए बहुत धार्मिक महत्त्व है . अगर आप कुमाउ जाए तो कोसी का आकर्षण वाकई आपको दुबारा बुलाएगा . <br /><br /> मनीष जी आपने अपने लेख मे कोसी के अस्तित्व पर आ रहे संकट के बारे मे बताया है जो बहुत गौर करने वाली बात है . कोसी ही नहीं बल्कि हिमालय की सभी नदियों पर संकट है . इंसान नदियों का अंधधुंध दोहन कर रहा है , परिणाम सामने है . केदार घाटी मे आया तबाही एक संकेत है कि अभी भी समय है कि हम संभल जाए . Mrityunjay Kumar Raihttps://www.blogger.com/profile/16617062454375288188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-53536796397063805982013-06-22T13:16:15.744+05:302013-06-22T13:16:15.744+05:30जी बिल्कुल बिहार वाली कोशी के पास मैदानी इलाकों मे...जी बिल्कुल बिहार वाली कोशी के पास मैदानी इलाकों में अपना रास्ता बदलने की स्वतंत्रता है जबकि इस कोसी को ज्यादातर पहाड़ी घाटियों के बीच बहना पड़ता है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-16210665678966699532013-06-22T13:11:31.690+05:302013-06-22T13:11:31.690+05:30नहीं बिहार वाली कोसी नेपाल में हिमालय पर्वतमाला स...नहीं बिहार वाली कोसी नेपाल में हिमालय पर्वतमाला से निकल कर उत्तर बिहार में प्रवेश करती हे जबकि उत्तराखंड की कोशी का स्रोत अल्मोड़ा के प्राकृतिक झरनों से। शायद आपने लेख में ध्यान ना दिया हो कि ये कोसी रामनगर तक ही बहती है। बाद में इसकी धाराएँ रामगंगा में विलीन हो जाती हैं।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-5528545696318322592013-06-22T11:19:36.557+05:302013-06-22T11:19:36.557+05:30कोसी नदी तो रास्ता पलट कर 100-150 किलोमीटर इधर उधर...कोसी नदी तो रास्ता पलट कर 100-150 किलोमीटर इधर उधर चल देती है। यह शायद उतना न हो। पर आपके लेख के माध्यम से जानना सुखद रहा। Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-58941842636425656472013-06-22T08:50:32.473+05:302013-06-22T08:50:32.473+05:30यह बिहार वाली ही तो नहीं है ?यह बिहार वाली ही तो नहीं है ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-40560706006954289202013-06-21T14:00:33.368+05:302013-06-21T14:00:33.368+05:30आज हर नदी की यही स्थिति बनती जा रही है.. प्रदूषण औ...आज हर नदी की यही स्थिति बनती जा रही है.. प्रदूषण और शहरीकरण से नदियों को बचाना एक चुनौती है..Prashant Suhanohttps://www.blogger.com/profile/13063081005432678937noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3501421444018104566.post-52383971967488891332013-06-21T08:33:05.926+05:302013-06-21T08:33:05.926+05:30पट्टेदार खेतों को देख कर लगता है कि उन्हें एनालॉग ...पट्टेदार खेतों को देख कर लगता है कि उन्हें एनालॉग से डिजिटल कर दिया गया है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com