राँची में पंडालों (Puja Pandals of Ranchi) को अक्सर देश के प्रसिद्ध मंदिरों की तर्ज़ पर बनाया जाता है। पंडालों की दीवारों पर अलग अलग तरीकों से मनमोहक कलाकृतियों को उकेरा जाता है।
तो आइए चलें थोड़ी देर से ही सही इस मुसाफ़िर के साथ पंडालों की सैर पर..
राजस्थान मित्र मंडल (Rajasthan Chitra Mandal) का पंडाल
पंडाल के अंदर की दीवारों पर अक्सर हमारी पौराणिक कथाओं से जुड़े चित्र को बनाया जाता है
और यहाँ देखें बाहरी दीवारों को मूँगफली के छिलके कैसी सुंदरता प्रदान कर रहे हैं......साथ ही प्रयोग किया गया है नारियल के रेशे का
और ये है हरमू रोड (Harmu Road) के पंडाल का नज़ारा, इस रोड की खासियत ये है कि हमारे धोनी साहब अपना नया मकान यहीं बना रहे हैं
और ये रहा सत्य अमर लोक का पंडाल जो मुझे सबसे खूबसूरत लगा। इस पंडाल को थाईलैंड (Thailand) के प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर का रूप दिया गया है।
पंडाल की दीवारें जूट के रेशों से की गई नक्काशियों से अटी पड़ीं थीं। आप भी देखिए...
और ये है राँची का सबसे बड़ा बकरी बाजार का पंडाल जहाँ इस साल पहाड़ं पर खड़े इस तिरुपति के बालाजी मंदिर की झांकी प्रस्तुत की गई थी..
और बँगला स्कूल में तो हर बार की तरह बच्चों का मन मोहने वाले आकर्षक पुतले बनाए जा रहे थे।
पर ये तो था दिन का दृश्य। समय की कमी की वज़ह से रातू रोड (Ratu Road) और कोकर (Kokar) के इलाकों में जाना नहीं हो पाया।अगर राँची की सड़कों पर रात में जगमगाते पंडालों और उस वक़्त के माहौल का अनुभव करना चाहते हों तो इन प्रविष्टियों पर क्लिक करें
- 2007 -दुर्गापूजा की एक रात, चलिए राँची की सड़कों पर मेरे साथ...
- 2006 - आइए सैर करायें आपको राँची की दुर्गा पूजा की !
मेरा दशहरा तो इस बार उड़ीसा के आंतरिक इलाकों की सैर करते बीता। आशा है आप सबने भी इस दशहरे और दुर्गा पूजा का सपरिवार आनंद उठाया होगा...