कुंभलगढ़ के इतिहास के बारे में तो आप पिछली पोस्ट में जान चुके। आइए आज आपको दिखाते हैं किले के विभिन्न हिस्सों से ली गयीं इस इलाके की कुछ और तसवीरें..
कुंभलगढ़ की ये विशाल दीवारें सबसे पहले पर्यटक का ध्यान खींचती हैं।
पूरे राजस्थान में हमने किले तो कई देखे पर किले के अंदर फूलों की खूबसूरती को कैमरे में क़ैद करने का मौका सिर्फ कुंभलगढ़ में मिला।
कुंभलगढ़ के किले के चारों ओर हरियाली तो है ही पर किला कितनी ऊँचाई पर बना है इसका अंदाजा आप इस चित्र से लगा सकते हैं
किले के ऊपर से जिधर नज़र घुमाइए चारों तरफ़ अनेक हिंदू व जैन मंदिर समूह दिखते हैं। ऐसा ही एक जैन मंदिर समूह पहाड़ियों के बीच में दिख रहा है..
वेदी मंदिर के बाँयी तरफ़ इन छोटे छोटे घरों में यहाँ की स्थानीय जनता रहती है।
राणा प्रताप का जन्म जहाँ हुआ उस जगह को रानी झाली का महल कहा जाता है। महल के ऊपर से किले का एक अच्छा दृश्य दिखाई देता है
किले का सबसे नया महल बादल महल है जिसे महाराणा फतेह सिंह ने बनवाया था। महल दो भागों में बँटा है जनाना व मर्दाना महल। मर्दाना महल के सामने के आँगन में एक मंदिर भी है।
बादल महक की दीवारों पर जगह जगह नक्काशी की गई है या चित्र बनाए गए हैं जो महल की सुंदरता को बढ़ाते हैं। जनाना महल की जालियों से फड़फड़ाती ठंडी हवा मन को सुकून देती है।
वेदी मंदिर के सामने का दृश्य
वेदी मंदिर के पीछे बने मंदिर का दृश्य
कुंभलगढ़ की ये विशाल दीवारें सबसे पहले पर्यटक का ध्यान खींचती हैं।
पूरे राजस्थान में हमने किले तो कई देखे पर किले के अंदर फूलों की खूबसूरती को कैमरे में क़ैद करने का मौका सिर्फ कुंभलगढ़ में मिला।
कुंभलगढ़ के किले के चारों ओर हरियाली तो है ही पर किला कितनी ऊँचाई पर बना है इसका अंदाजा आप इस चित्र से लगा सकते हैं
किले के ऊपर से जिधर नज़र घुमाइए चारों तरफ़ अनेक हिंदू व जैन मंदिर समूह दिखते हैं। ऐसा ही एक जैन मंदिर समूह पहाड़ियों के बीच में दिख रहा है..
वेदी मंदिर के बाँयी तरफ़ इन छोटे छोटे घरों में यहाँ की स्थानीय जनता रहती है।
राणा प्रताप का जन्म जहाँ हुआ उस जगह को रानी झाली का महल कहा जाता है। महल के ऊपर से किले का एक अच्छा दृश्य दिखाई देता है
किले का सबसे नया महल बादल महल है जिसे महाराणा फतेह सिंह ने बनवाया था। महल दो भागों में बँटा है जनाना व मर्दाना महल। मर्दाना महल के सामने के आँगन में एक मंदिर भी है।
बादल महक की दीवारों पर जगह जगह नक्काशी की गई है या चित्र बनाए गए हैं जो महल की सुंदरता को बढ़ाते हैं। जनाना महल की जालियों से फड़फड़ाती ठंडी हवा मन को सुकून देती है।
वेदी मंदिर कै पीछे बाँयी तरफ़ नीलकंठ महादेव मंदिर है। बारिश ने जो समय बर्बाद किया उसकी वज़ह से हम इस मंदिर में नहीं जा सके। पन्द्रहवीं शताब्दी में बने ये शिव का मंदिर अपने मंडप में चारों तरफ़ बने सुंदर खंभों से दूर से ही पहचाना जाता है।
वेदी मंदिर के सामने का दृश्य
वेदी मंदिर के पीछे बने मंदिर का दृश्य
अगर समय रहे तो कुंभलगढ़ में एक दिन रुकना अच्छा है। पर यहाँ के होटल एक तो कम हैं और दूसरे अपेक्षाकृत मँहगे भी। रात को किले को कुछ देर के लिए रौशनी से जगमगा दिया जाता है। हमें कुंभलगढ़ के बाद तीस किमी दूर रणकपुर के जैन मंदिरों को देख कर वापस उदयपुर जाना था। इसलिएदिन के लगभग दो बजे हमारे समूह ने दिन का भोजन त्याग कर कुंभलगढ़ से विदा ली। यात्रा की अगली कड़ी में ले चलेंगे आपको रणकपुर के खूबसूरत मंदिरों के बीच...
The 4 photo from top looks very beautiful. I am now keeping Kumbhalgarh on my list of places to travel to.
ReplyDeleteतसवीरें बहुत अच्छी हैं.. आप कौन सा कैमरा इस्तेमाल करते हैं..??
ReplyDeleteमेरा पहला कैमरा सोनी W5 था। पिछले दो सालों से पैनासोनिक Lumix TZ 10 का इस्तेमाल कर रहा हूँ।
Deleteवाह!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
होली की शुभकामनाएँ!
nice pics
ReplyDeleteबड़ा अच्छा लग रहा है कुम्भलगढ़ के चित्र देखकर। राणकपुर का मन्दिर भी बेहद खूबसूरत है।
ReplyDeletebeautiful clicks....and the information is a bonus.
ReplyDeleteregards..
Thx Vidya for appreciation.
Deleteउम्दा तस्वीरें...बेहतरीन विवरण!!
ReplyDeletebeautiful pctures.
ReplyDeleteBahut khubsurat ! :)
ReplyDeleteजानकर खुशी हुई कि कुंभलगढ़ की चित्रात्मक झांकी आप सबको पसंद आयी।
ReplyDeleteअद्वितीय चित्र...
ReplyDeleteनीरज
शुक्रिया नीरज जी !
Deletevery nich discribe thise palace. i like and i hope thise hobby you continiously on future. amarjeet dawar ratlam.
ReplyDeleteJuroor aap yoon hi sath rahein :)
Deleteit is so amazing my heart goes to heavel felling so mera yar
ReplyDeleteit is so nice bhai
ReplyDeleteShukriya Shakti..
Deleteकुम्भलगढ़ जो आकर्षित करने लगा है
ReplyDeleteकिले की बाहरी दीवारें और इनका फैलाव मुग्ध कर देता है।
DeleteWent to Kumbhalgarh with four old friends,though 3rd time,evening light sound show was good,also night lighting on the fort.Fantastic trip with friends
ReplyDelete