रविवार, 21 दिसंबर 2014

फांग नगा खाड़ी, थाइलैंड : समुद्र में उभरती अजीबोगरीब चट्टानीय आकृतियाँ ! Phang Nga Bay, Thailand

आप फुकेत जाएँ और फांग नगा खाड़ी के चक्कर ना लगाएँ ऐसा शायद ही होता है। थाइलैंड जाने के लिए जितने भी टूर पैकेज होते हैं उनमें से आधिकांश में इसकी यात्रा शामिल रहती है। दरअसल इस खाड़ी के रास्ते ही आप पर्यटकों में लोकप्रिय जेम्स बांड द्वीप तक  पहुँच सकते हैं। थाइलैंड टूर का प्रचार करने वाली कंपनियाँ अक़्सर इसी द्वीप के चित्र दिखाकर आपको फुकेत आने का न्योता देती हैं। पर मैं ये कहूँ कि जेम्स बांड आइलैंड से कहीं ज्यादा वहाँ तक जाने का रास्ता आपको आकर्षित करता है तो आप चौंक मत जाइएगा। तो आइए आज की इस पोस्ट में ले चलते हैं आपको इसी खाड़ी की यात्रा पर जहाँ हम गुफ़ा के अंदर के बौद्ध मंदिर Wat Suwankhuha को देखने के बाद पहुँचे थे। 

On route to Phang Nga Bay Jetty

हमारी मेटाडोर ने हमें खाड़ी के मुहाने पर उतार दिया था। नाव पर चढ़ने के पहले सभी याात्रियों को सुरक्षा जैकेट पहनना अनिवार्य था। हाल ही में चिल्का झील पर ऐसे ही नौका विहार में सुरक्षा जैकेट रहते हुए भी चालक ने उसे पहनने पर जोर नहीं दिया था और ना ही हम ख़ुद पहनने को उत्सुक थे। पर यहाँ उसे पहने बगैर नौका पर बैठने का सवाल ही नहीं था।

सामने एक सीढ़ी थी जो जेटी की तरफ़ ले जा रही थी। जेटी तक पहुँचने के लिए जो राह थी उसके दोनों ओर मैनग्रोव के जंगल थे। इस तरह के जंगल इससे पहले मैंने अंडमान और उड़ीसा के भितरकनिका में देखे थे। भितरकनिका नेशनल पार्क के यात्रा विवरण में आपको मैंने बताया था कि किस तरह दलदली व खारे पानी से भरी जगहों में ज़मीन के नीचे जाने के बजाए ऊपर हुई इन जड़ों के माध्यम से  ये पेड़ अपने अस्तित्व को बरक़रार रख पाते हैं।

Mangrove Forests at the entrance of Jetty
जेटी पर ढेर सारी मोटरबोट खड़ी थीं।   हमारे सहयात्रियों में कुछ दक्षिण भारतीय और बाकी विदेशी थे। भारत से फर्क बस इतना  कि नावों का अच्छे से रंग रोगन किया गया था और किनारे और ऊपर में बरसाती भी लगाई गई थी। हमने सोचा हो सकता है ऐसा बारिश के अचानक आ जाने के लिए किया गया हो। पर हमें शीघ्र ही उसका महत्त्व समझ आ गया जब बोट ने पूरी गति पकड़ ली।

Colourful Boats at Phang Nga Bay Jetty
जैसे ही हमारी नाव अपनी दिशा बदलती, पानी के छींटे किनारे बैठने वालों के मुखड़े तक को भिंगो डालते। ऐसे समय बगल में लगी बरसाती काम आती। शुरुआत में हमें खाड़ी के इस पतले सिरे के दोनों किनारों पर मैनग्रोव के घने जंगल दिखाई दिए। दरअसल चार सौ वर्ग किमी में फैले खाड़ी के इस इलाके की जैविक विविधता के संरक्षण के लिए इसे अस्सी के दशक में नेशनल पार्क घोषित कर दिया गया था। 42 छोटे बड़े द्वीपों को समेटे इस खाड़ी में मैनग्रोव की 28 प्रजातियाँ मौज़ूद हैं।

Our boat ...

जैसे जैसे हम आगे बढ़ते गए खाड़ी का पाट चौड़ा होता गया और मैनग्रोव के जंगल हमसे दूर चले गए। दूसरी ओर मटमैला रंग का पानी भी अपना रंग बदलकर माणिक पन्ने के रंग जैसा हो गया। हम इन बदलते दृश्यों को देखने में मग्न थे कि बीच समुद्र में चट्टानी आकृतियाँ अवतरित होनी शुरु हुई। फान्ग नगा खाड़ी की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि ये अपनी गोद में चूनापत्थर की चट्टानों से बनी अजीबोगरीब आकृतियों को समाए हुए है।

A unique combination : Mangrove Forests with Hill !

मैनग्रोव के इन हरे भरे जंगलों के ठीक पीछे समुद्र के बीचो बीच अचानक से उठती इन पहाड़ियों को सीना ताने देखना एक अविस्मरणीय अनुभव था।

A memorable view indeed !
चूनापत्थर की चट्टानों से बनी पहाड़ियों का समुद्र पर पूरा वर्चस्व हो ऐसा भी नहीं है। कहीं समुद्र की शोख़ लहरों ने अपनी चोटों से इन पहाड़ियों के हृदय भी चाक कर दिए हैं। नतीजा ये है  कि पानी ऐसी कुछ पहाड़ियों के नीचे से बहता दूसरी ओर चला जाता है। कई जगह इन पहाड़ियों से घिरी छोटी लैगून भी बन गई हैं तो कहीं आपको छोटे समुद्र तट भी नज़र आएँगे।

Add caption
देखा आपने लहरों ने पहाड़ के दिल में ही सुराख कर दिया।


जैसे जैसे आप  जेम्स बांड द्वीप की ओर बढ़ते हैं रास्ते में आने वाली पहाड़ियाँ आकार में कम व्यास और खड़ी ढाल की दिखाई देती हैं।।


अब इसे ही देख लीजिए बीच समुद्र में इस तरह खड़ी है जैसे  किसी ने हरे भरे फूलों का बड़ा सा गुलदस्ता लगा दिया हो।


खाड़ी की इस आधे पौन घंटे के सफ़र के बाद हम जेम्स बांड आइलैंड ( James Bond Island ) के सामने थे। इस द्वीप पर कभी बांड की फिल्म A man with the Golden Gun की शूटिंग हुई थी। आख़िर क्या खास था इस द्वीप में देखना ना भूलिएगा इस यात्रा की अगली कड़ी में..

थाइलैंड की इस श्रंखला में अब तक
अगर आपको मेरे साथ सफ़र करना पसंद है तो फेसबुक पर मुसाफ़िर हूँ यारों के ब्लॉग पेज पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराना ना भूलें। मेरे यात्रा वृत्तांतों से जुड़े स्थानों से संबंधित जानकारी या सवाल आप वहाँ रख सकते हैं।

18 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (22-12-2014) को "कौन सी दस्तक" (चर्चा-1835) पर भी होगी।
    --
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    जवाब देंहटाएं
  2. अप्रतिम चित्रों के साथ विस्तृत यात्रा वर्णन। लगा हमने भी कर ली सैर आपके साथ।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर चित्र और उससे भी सुन्दर वर्णन.. :)

    जवाब देंहटाएं
  4. लाज़वाब चित्र...बहुत रोचक प्रस्तुति...

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत खूब ... रोचक पोस्ट....

    अब आप आपने ग्रुप पर गूगल एडसेंस लगा सकते है |
    www.safarhainsuhana.blogspot.in

    जवाब देंहटाएं
  6. अति सुन्दर चित्रावली

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. धन्यवाद हर्षिता..आपका अमेरिका प्रवास का विवरण रुक सा गया है क्यूँ?

      हटाएं
  7. आपको याद है आपका पोस्ट पढ़ने के बाद मैंने कहा था कि Phang Nga Bay के बारे में कुछ कहना है ? चलिए आज कहती हूँ , देर आए दुरुस्त आए । :-)
    इसका सही उच्चारण फंगा बे है |
    लाजवाब चित्र और रोचक पोस्ट । एक बार फिर से सैर हो गई :-)

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. दरअसल पोस्ट लिखते समय कहीं भी इसका हिंदी उच्चारण नहीं मिला। थाई उच्चारण में एक जगह फी फी को पी पी और Phang Nga को पांग नगा मिला था पर मैंने उसे वैसा ही रहने दिया जैसा मैंने अपने ट्रैवेल एजेन्ट से सुना़ इसलिए आपके ये बताने के बाद भी मुझे स्पष्ट नहीं है कि सही उच्चारण क्या है..
      "...you just pronounce 'Poo-ket' [pʰuːkɛt] (in Thai: ภูเก็ต), it's that simple! Just like 'Phi Phi' is pronounced 'Pee Pee' and 'Phang Nga' is 'Pang Nga' (and strangely 'Suvarnabhumi' airport is pronounced "Sue-wanna-poom"!).. "
      http://www.phuket101.net/2011/09/phuket-pronunciation-how-do-you.html

      हटाएं