रविवार, 8 जनवरी 2017

चार दिशाएँ, चार शहर : किसका ना ये मन लें हर ! Aerial View : Srinagar, Shillong, Coimbatore and Pune

हवाई जहाज से जब भी हम नई जगह की यात्रा करते हैं तो सबसे पहले हमारी कोशिश होती है कि हमें खिड़की के बगल वाली सीट मिल जाए ताकि बाहर के नजारे हमें दिख सकें। हवाई यात्रा में टेक आफ और लैडिंग को छोड़ दें तो बाकी समय तो हमारा साथ बादलों के साथ ही रहता है। खिड़की से झांकने का सबसे अधिक आनंद तब आता है जब आपका विमान उतर रहा होता है। अक्सर हवाई अड्डों पर उतरने का संकेत ना मिलने पर विमान को शहर की चौहद्दी का चक्कर लगाना होता है और आप तभी उस शहर की खूबसूरती का अंदाज लगा पाते हैं। पर अक्सर विमान से हमारे ये चक्कर महानगरों के ही लगते हैं और आज के महानगर तो ऊपर से ईंट पत्थरों का जंगल नज़र आते हैं। फिर भी मुझे ऊँचाई से दिल्ली में हुमाँयू का मकबरा और बहाई मंदिर, मुंबई का मेरीन ड्राइव और कोलकाता का हावड़ा ब्रिज देखना अच्छा लगा था।  

पर भारत के कई शहर ऐसे हैं जो कंक्रीट के जंगलों में तब्दील नहीं हुए हैं और जिनके आस पास का इलाका इतना सुंदर है कि जब विमान वहाँ उतरता है तो आप खिड़की के बाहर से नज़रें ही नहीं हटा पाते। आज की इस पोस्ट में मैं आपको दिखाना चाहूँगा भारत के चार कोनों में स्थित ऐसे ही कुछ शहरों के आकाशीय चित्र। तो शुरुआत उत्तर दिशा से क्यूँ ना की जाए जहाँ हिमालय पर्वतश्रंखला की पीर पंजाल की पर्वत श्रंखला के बीच बसा है श्रीनगर का शहर। 

श्रीनगर के आस पास का इलाका  Outskirts of  Srinagar
श्रीनगर के आस पास की पहाड़ियाँ लगभग दो हजार मीटर तक ऊँचाई वाली हैं। इन पहाड़ियों की ढलानों पर देवदार के जंगल दूर दूर तक दिखाई देते हैं. जैसे जैसे शहर पास आता है देवदार के साथ चिनार, पॉपलर के साथ धान के खेत और उनके साथ लगे घर एक बड़ा प्यारा दृश्य आँखों के सामने ले आते हैं।

शहर से सटे धान के खेत खलिहान

उत्तर दिशा से चलिए उत्तर पूर्व की ओर जहाँ हिमालय पर्वत श्रंखला का दूसरा छोर सामने आ जाता है और यहीं बसा हुआ है एक बेहद हरा भरा शहर जिसका नाम है शिलांग। शिलांग मेघालय की राजधानी है और इसे स्कॉटलैंड आफ ईस्ट के  नाम से भी जाना जाता है। शिलांग के हवाई अड्डे तक पहुँचने के पहले सारे विमान यहाँ की प्रसिद्ध यूमियम झील को पार करते हैं। खासी पहाड़ियों, नदियों और जंगलों को पार कर जब शिलांग के पास के कस्बों के डिब्बानुमा घर नज़र आ जाते हैं तो मन ठगा रह जाता है प्रकृति की अप्रतिम सुंदरता को देख कर।

हरा भरा शिलांग

शिलांग शहर के आस पास के कस्बों का नज़ारा
पहाड़ी शहर तो आपने देख ही लिए, अब आपको लिए चलते है दक्षिण के पठारों की ओर। इलाका वो जहाँ पश्चिमी घाट की नीलगिरि , अन्नामलाई और मुन्नार श्रंखला की पहाड़ियाँ एक घेरा सा बना देती हैं। इन्ही के बीच बसा है कोयम्बटूर का औद्योगिक शहर। उत्तर भारत से पलट यहाँ की मिट्टी का रंग भूरा लाल सा दिखाई पड़ता था। खेती के नाम पर जिधर नज़र जाती थे नारियल पेड़ों के के झुंड दूर दूर तक नज़र आते थे।

कोयम्बटूर शहर के आस पास नारियल की खेती

भूरी मिट्टी और भूरी छतों से अपनी पहचान बनाता कोयम्बटूर से सटा एक कस्बा
पश्चिमी घाट से लगा कोयम्बटूर की तरह ही विकसित होता एक और शहर है पुणे का। मराठा संस्कृति का केंद्र रहा है पुणे और अपने शानदार मौसम की वज़ह से आज दूर दूर से लोग यहाँ आकर बस गए हैं।


पुणे का आकाशीय नज़ारा
समुद्र तल से 560 मीटर ऊंचाई पर बसे इस शहर के बीचों बीच मुला व मुठा नदियों  का प्रवाह होता है। पश्चिमी घाट की पहाड़ियाँ से घिरा ये शहर अभी तक हरियाली को अपने में समेटे हुए है। मानसून और उसके बाद अभी के मौसम में यहाँ की रंगत देखने वाली होती है। वैसे इस हरियाली का स्वाद लेना हो तो आकाश से आपको ज़मीन पर उतरना पड़ेगा ।


अगर इन देशी शहरों के ऊपर अगर आप चक्कर लगा चुके हों तो विदेश का चक्कर लगा लीजिए। याद है ना इस ब्लॉग पर करायी गई, वियना, तोक्यो और ब्रसल्स की आकाशीय सैर कितनी खूबसूरत थी। अगर आपको मेरे साथ सफ़र करना पसंद है तो फेसबुक पर मुसाफ़िर हूँ यारों के ब्लॉग पेज पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराना ना भूलें। मेरे यात्रा वृत्तांतों से जुड़े स्थानों से संबंधित जानकारी या सवाल आप वहाँ रख सकते हैं

13 टिप्‍पणियां:

  1. आकाशीय दृश्य अधिक लुभाते है।

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  2. खूबसूरती देखते हिन् बनती है ...बहुत सुन्दर चित्रण ...
    आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं

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    1. मेरा जन्मदिन चौदह जनवरी को है। शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया !

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  3. Humre "gaon" ke baare mein likh rahein hain...accha laga humein!!

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  4. सबसे पहले जन्मदिन की शुभकामनाएं !
    हम कभी हवाई जहाज में बैठे इसलिए ऊपर से नीचे के नज़ारे देखने की इच्छा आज पूरी हो गयी । आभार

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    1. जब भी अवसर मिले, मौसम साफ हो तो खिड़की की सीट नहीं छोड़िएगा :)

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  5. बहुत सुन्दर. पुणे और कोयम्बटूर दोनों आकाश से देखे हुए हैं.
    घुघूती बासूती

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    1. अच्छा..पुणे तो बेहद हरा भरा दिखता है ऊपर से !

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  6. Thanks for sharing your memories with us bht maza aata h aapka block padh ke thank you soon much

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    1. Nice to know that Saurav. Opinion of readers gives energy to share more. Keep visiting.

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